कल की चिंता आज ही सताने लगी है
कल की चिंता आज ही सताने लगी है
धीरे धीरे इन आखों से नींद जाने लगी है
सोचता रहता है दिलों-दिमाग़
अब भविष्य के बारे में
ना जाने सफलता की घड़ी कब आने वाली है
ऐसा नहीं है कि
मुझे अपनी मेहनत पर शक है...
धीरे धीरे इन आखों से नींद जाने लगी है
सोचता रहता है दिलों-दिमाग़
अब भविष्य के बारे में
ना जाने सफलता की घड़ी कब आने वाली है
ऐसा नहीं है कि
मुझे अपनी मेहनत पर शक है...