वो यादें....
मां की उंगली थामे school तक मेरा वो सफर..
पहला दिन नई लोग और वह मेरी beautiful सी teacher..
ना डर था ना कोई फिकर
School के नाम पर मिल गया था नया घर
वो yaaro की यारी और वो tiffin का डब्बा
कर रखा था हमने भी class की आखरी bench पर कब्जा
Lunch के वक्त फैली वो आचार की खुशबू की क्या बात थी..
Class में teacher के ना आने...
पहला दिन नई लोग और वह मेरी beautiful सी teacher..
ना डर था ना कोई फिकर
School के नाम पर मिल गया था नया घर
वो yaaro की यारी और वो tiffin का डब्बा
कर रखा था हमने भी class की आखरी bench पर कब्जा
Lunch के वक्त फैली वो आचार की खुशबू की क्या बात थी..
Class में teacher के ना आने...