मूझसे फ़क्त दिल छू लेने की सुखन कर
ग़ज़ल
मूझसे फ़क्त दिल छू लेने की सुखन कर ,
बुरा मतलबी सब झूठी दुनिया की बातें है ।
दूसरे भी खूबसूरत,साफ और सच्चे है,
खुद के मानिद देखे तो नज़र आते है।
नाफ़ह्म...
मूझसे फ़क्त दिल छू लेने की सुखन कर ,
बुरा मतलबी सब झूठी दुनिया की बातें है ।
दूसरे भी खूबसूरत,साफ और सच्चे है,
खुद के मानिद देखे तो नज़र आते है।
नाफ़ह्म...