अपना कोई नही
मिलते केसे हम यार
रास्ते ही बदल गए
गिरकर उठे कई बार
और कई बार संभल गए
चाहता था में जिनकी सक्सियत को
वो उससे ही बदल गए
अब वो वो न रहे
बस खुश है बदल कर
गिर गया इतना इस बार
चल ना पाऊंगा संभल कर
ये खुदा अगर...
रास्ते ही बदल गए
गिरकर उठे कई बार
और कई बार संभल गए
चाहता था में जिनकी सक्सियत को
वो उससे ही बदल गए
अब वो वो न रहे
बस खुश है बदल कर
गिर गया इतना इस बार
चल ना पाऊंगा संभल कर
ये खुदा अगर...