जिगरा हो तुम
जब मैं अकेले बेठ कर रोती हूँ अपने कमरे में,
तब मुझे नज़र आती है एक सचाई
खुद के अलावा कोई नहीं है हिम्मत देने वाला,
जब तुम अकेले रोते हो तो तुम जिगरा बनते हो
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तब मुझे नज़र आती है एक सचाई
खुद के अलावा कोई नहीं है हिम्मत देने वाला,
जब तुम अकेले रोते हो तो तुम जिगरा बनते हो
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