mai hi Kashi hu
Shiv का आशीर्वाद हूं
संतो की नगरी हूं
अघोरियों का ज्ञान हूं
हां हां मैं काशी हूं!
गलियों में भटकी हूं
गंगा से होकर गुजरती हूं
घाटो पे प्यास बुझाने आती हूं
हां हां मैं काशी हूं!
साहित्य की पहचान हूं
पंडित शंकर के सितार की धुन हूं
संगीत घरानों की...
संतो की नगरी हूं
अघोरियों का ज्ञान हूं
हां हां मैं काशी हूं!
गलियों में भटकी हूं
गंगा से होकर गुजरती हूं
घाटो पे प्यास बुझाने आती हूं
हां हां मैं काशी हूं!
साहित्य की पहचान हूं
पंडित शंकर के सितार की धुन हूं
संगीत घरानों की...