रास्ता याद है मंज़िल भूल गये..
रास्ता याद है मंज़िल भूल गये
निकले थे सफर में साथ जिनके
वो तो कहीं रास्ते में ही छूट गये
कि ज़िंदगी के हर पड़ाव को
जो साथ देखने के वादे किये थे हमने
वो तो ना जाने कब के टूट गये
देख रहा हूँ अब मैं जिंदगी के सभी पड़ाव अकेले
जो साथ...
निकले थे सफर में साथ जिनके
वो तो कहीं रास्ते में ही छूट गये
कि ज़िंदगी के हर पड़ाव को
जो साथ देखने के वादे किये थे हमने
वो तो ना जाने कब के टूट गये
देख रहा हूँ अब मैं जिंदगी के सभी पड़ाव अकेले
जो साथ...