नारी का असली चेहरा
अपने पुरुष होने पर इतना गर्व न करो,
क्योंकि तुम्हारी पहचान की नींव एक महिला ने रखी है।
तुम्हारे हर कदम में उसके संघर्ष की गूंज है,
उसने तुम्हें जीवन दिया, हर परिस्थिति में तुम्हारा
सहारा बनी।
तुम फैसले तो लेते हो,
लेकिन क्या तुमने कभी उसके परिश्रम
और सपनोंbपर सोचा है?
वो माँ, बहन, या बेटी बनकर,
हर दिन एक नई लड़ाई लड़ती है।
यदि तुम जीवन का वास्तविक अर्थ जानना चाहते हो,
तो...
क्योंकि तुम्हारी पहचान की नींव एक महिला ने रखी है।
तुम्हारे हर कदम में उसके संघर्ष की गूंज है,
उसने तुम्हें जीवन दिया, हर परिस्थिति में तुम्हारा
सहारा बनी।
तुम फैसले तो लेते हो,
लेकिन क्या तुमने कभी उसके परिश्रम
और सपनोंbपर सोचा है?
वो माँ, बहन, या बेटी बनकर,
हर दिन एक नई लड़ाई लड़ती है।
यदि तुम जीवन का वास्तविक अर्थ जानना चाहते हो,
तो...