लौटकर आऊंगा नही मैं भी॥
मुक्कदर का सिकंदर हूं,
अंततः हारूंगा नही मैं भी।
चला जाऊंगा तुझसे दूर पर,
तुझको पुकारूंगा नहीं मैं भी॥
तुझको अकरास है गर तो,
तुझे अब याद आऊंगा नही मैं भी।
कि माना तू इस दिल की मलिका है,
तो किसी और को अब इस दिल में,
बसाऊंगा नही मैं भी॥
पर तू पुकारेगी मुझे इक रोज,
यकीं तो मुझको है ये भी।
तेरी आवाज तो सुन...
अंततः हारूंगा नही मैं भी।
चला जाऊंगा तुझसे दूर पर,
तुझको पुकारूंगा नहीं मैं भी॥
तुझको अकरास है गर तो,
तुझे अब याद आऊंगा नही मैं भी।
कि माना तू इस दिल की मलिका है,
तो किसी और को अब इस दिल में,
बसाऊंगा नही मैं भी॥
पर तू पुकारेगी मुझे इक रोज,
यकीं तो मुझको है ये भी।
तेरी आवाज तो सुन...