ये क्या हो गया है
आशियाना वो मेरा शमशान हो गया है ।
आँगन ये उसका क़ब्रिस्तान हो गया है ।।
वो चौराहों पर लेकर खड़ा अपनी लाज़ ।
बेफिक्र बिकने को अब तैयार हो गया है ।।
कैसे कहें कौन ज़िन्दा है रूहों में अपनी ।
अब...
आँगन ये उसका क़ब्रिस्तान हो गया है ।।
वो चौराहों पर लेकर खड़ा अपनी लाज़ ।
बेफिक्र बिकने को अब तैयार हो गया है ।।
कैसे कहें कौन ज़िन्दा है रूहों में अपनी ।
अब...