KiVad
बहुत मन किया तुम्हे वापस बुलाने को,
तुम्हे फिरसे गले लगाने को,
तुम्हारी मेहक में खो जाने को,
पर फिर भी तुम उस शाम की तरह...
तुम्हे फिरसे गले लगाने को,
तुम्हारी मेहक में खो जाने को,
पर फिर भी तुम उस शाम की तरह...