ख्याल ए पुजा
RAAJ PREEET
खयालो की बेख्याली मे
तीज त्योहार दीवाली मे
बागों की हरियाली मे
सूरज की लाली मे
एक नाम सुनहरा रहता है
शायरी लिखे जब भी PREEET
सामने POOJA का चेहरा रहता है
कुछ कहता है पर शान्त है मौन है
कौन है हवायों मे हवा सी वो
बफायों मे वफा सी वो
लगती है खुदा सी वो
अकेली अकेली गुमराह सी वो
हाथो की लकीरों मे ...
खयालो की बेख्याली मे
तीज त्योहार दीवाली मे
बागों की हरियाली मे
सूरज की लाली मे
एक नाम सुनहरा रहता है
शायरी लिखे जब भी PREEET
सामने POOJA का चेहरा रहता है
कुछ कहता है पर शान्त है मौन है
कौन है हवायों मे हवा सी वो
बफायों मे वफा सी वो
लगती है खुदा सी वो
अकेली अकेली गुमराह सी वो
हाथो की लकीरों मे ...