इश्क
इश्क हुआ और बार बार हुआ
हर बार लगा के पहली बार हुआ....
काँटे भी सुहाने थे बागाँ-ए-इश्क के
बाद तुम्हारे लेकिन हर फुल खार हुआ !
इक तुम...
हर बार लगा के पहली बार हुआ....
काँटे भी सुहाने थे बागाँ-ए-इश्क के
बाद तुम्हारे लेकिन हर फुल खार हुआ !
इक तुम...