...

7 views

मेरी अधूरी दास्ताँ-ए-इश्क़ 💔

ठुकरा दिया आपने मेरा प्यार ना, मग़र
आपका ही नाम आज भी मेरे ज़िस्म के
हर कतरे में है
हाँ भले ही आपने ऐतबार ना किया हो मेरे प्यार का, मग़र सच कहूँ ख़ुदा मानती हूँ मैं आपको
याद मुझे आते आप हर खतरे में हैं
मेरा नाम-ओ-निशाँ भी मिट जाए ना, पर आपको भुला नहीं पाएंगे हम
बदनसीबी हमारी ही है बस कि, आपकी नजरों से हम जरा उतरे-उतरे से हैं

एकमुश्त हमको आजमा के तो देखिए
हमको ज़रा अपना बना के तो देखिए
अपनी हर खुशियाँ लुटा देंगे,,,
अपना नाम-ओ-निशाँ तक मिटा देंगे,,,
अपनी जान भी हंसते-हंसते गवां देंगे
हमारे दिल में जो है आपके लिए, उसे
एक बार अपने ख़यालों में ला के तो देखिए हमको ज़रा आजमा के तो देखिए
अपना बना के तो देखिए
मेरे दिल में अपना घर बसा के तो देखिए
मेरे रूह, मेरे ज़िस्म में समा के तो देखिए
हमको ज़रा आजमा के तो देखिए

तौहीनी भले ही की हो आपने मेरे
इस बेपनाह प्यार की, मग़र
आज भी हम आपको उतना ही चाहते हैं, परवाह नहीं हमको संसार की
आपको पाना है बेपनाह इश्क़ है आपसे ही, मग़र जो ख़ुशी हो आपको मेरी ज़िंदगी के
ना होने में, तो
नहीं जीनी हमको ज़िंदगी ऐसी बेकार की

कल रात ख़्वाबों में देखा मैंने,,,
यूँ ठोकर मारी आपने मेरे इस दिल को, कि
ये टूटकर चूर हो गया
पर, इतनी मोहब्बत ही है ना आपसे कि
फ़िर भी आप ही के नाम को ये अपनी ज़िंदगी बनाने पर मज़बूर हो गया
हाँ देखा मैंने, उस टूटे दिल के हर टुकड़े पर भी आपके लिए ही तड़पती-सी जान है
चीख़ आपके ही नाम की बहते खून के
हर कतरे में है
सच कहूं, ठुकरा दिया आपने मेरा प्यार ना, मग़र आपका ही नाम आज भी मेरे ज़िस्म के
हर कतरे में है
हाँ भले ही आपने ऐतबार ना किया हो मेरे प्यार का, मग़र
ख़ुदा कसम ख़ुदा मानती हूँ मैं आपको
याद मुझे आते आप हर खतरे में हैं

# # #कहानी किसी ख़ास की# # #
पर महसूस तो बेशक किया है मैंने भी इस नज़्म के हर कतरे को
© Kumar janmjai