nature wants to say something
ये हवा की सरसराहट
और ये कोयला की गुनगुनाहट
ये पक्षियो की चीरचीराहट
कुछ तो कहना चाह ति
अपने
लफ्जों मे
मुश्किल है प्रकरती को शब्दों मे बया कर ना
कभी सुखी तो क भीे हरियाली
कभी सो र तो कभी मों न
प्र कर ती हैं अनोखी
ये पानी की लहरे ये फुल और ये पते भि
कुछ क ह ना चाहती हैं
ये प्रकृति
और ये कोयला की गुनगुनाहट
ये पक्षियो की चीरचीराहट
कुछ तो कहना चाह ति
अपने
लफ्जों मे
मुश्किल है प्रकरती को शब्दों मे बया कर ना
कभी सुखी तो क भीे हरियाली
कभी सो र तो कभी मों न
प्र कर ती हैं अनोखी
ये पानी की लहरे ये फुल और ये पते भि
कुछ क ह ना चाहती हैं
ये प्रकृति