ऐ दोस्त तेरी दोस्ती में खुल जाता हूं मै...
ऐ दोस्त तेरी दोस्ती में खुल जाता हूं मै, दिल मे है जो भी कह जाता हूं मैं।
जब साथ सब पुराने दोस्त मिल बैठे तो बिन पिये नशे ने आ जाता हूं मै।
हु बहुत से रंग में रंगा , निभा रहा बहुत से रोल काम से जुड़े, पर जब तू मिलता है तो बस अपने रंग में आ जाता हूं मै।
सोया सिमटा सा, देख कर तुझे खुले आसमा से फैल जाता हु मै। (कि अब तो भाई साथ है अपने)
यू तो हु बड़ा गंभीर , स्वाभिमानी...
जब साथ सब पुराने दोस्त मिल बैठे तो बिन पिये नशे ने आ जाता हूं मै।
हु बहुत से रंग में रंगा , निभा रहा बहुत से रोल काम से जुड़े, पर जब तू मिलता है तो बस अपने रंग में आ जाता हूं मै।
सोया सिमटा सा, देख कर तुझे खुले आसमा से फैल जाता हु मै। (कि अब तो भाई साथ है अपने)
यू तो हु बड़ा गंभीर , स्वाभिमानी...