ये घोर कलयुग है....
किसी ने कहा -
मन शबरी जैसा धैर्यवान होगा तो भगवान
आपके पास आएंगे।
जो अपने मन को केकई बना लिया तो आप
मंथरा का त्रास पाएंगे।
पर ये घोर कलयुग है यहां सबकुछ उल्टा होता है।
पता है आसूं पोंछने वाला कोई नहीं पर मन रोता है।
आप धैर्यवान हैं तो लोग आपको पायदान बना लेते हैं।
पैरों के नीचे कुचल कर वो जिंदगीभर का दर्द देते...
मन शबरी जैसा धैर्यवान होगा तो भगवान
आपके पास आएंगे।
जो अपने मन को केकई बना लिया तो आप
मंथरा का त्रास पाएंगे।
पर ये घोर कलयुग है यहां सबकुछ उल्टा होता है।
पता है आसूं पोंछने वाला कोई नहीं पर मन रोता है।
आप धैर्यवान हैं तो लोग आपको पायदान बना लेते हैं।
पैरों के नीचे कुचल कर वो जिंदगीभर का दर्द देते...