...

17 views

मेरी जवानी वापस दे
आंखों की चमक, जीने की लेहेक, सांसों की रवानी वापस दे
में तेरे फोटोज़ लौटा दूंगा तू मेरी जवानी वापस दे
जब फूलों वाली रुत आई और जसन मनाया दुनिया ने
जब टूट के बरसी मस्त घटा और झूम के नाचे दीवाने
फेर के आंख हर शख्स से में तेरे दर्द संजोता रहा
चुप चाप अंधेरे कमरे में बिस्तर पे लेटे रोता रहा
तेरे याद में जिनका कतल किया वो शामें सुहानी वापस दे
में तेरे खत लौटा दूंगा तू मेरी जवानी वापस दे
© AS