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होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनके गले बाँध दी जाती हैं,
जबरदस्ती नपसंदीदा स्त्री।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनका ब्याह कर दिया जाता है,
गँवार और अनपढ़ स्त्री से।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनकी पत्नी को नाज़-नखरे करना नहीं आता।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जो माँ- पा की ख़ुशियों के लिए,
समझौता कर लिया करते हैं अपने मन से,
और चुन लेते हैं उसे जो उनके दिल
को तनिक भी नहीं भा रही होती है।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
उनके बनाए सुंदरता के मापदंड
पे उनकी पत्नी नहीं उतरती हैं।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जब अपने काम से थके हारे
वापस घर आते हैं तो,
उनकी पत्नी उनके लिए,
मुस्कुराते हुए दरवाजा नहीं खोला करती।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
उनकी पत्नी उन्हें, उनके
मन मुताबिक सजी- संवरी नहीं मिलती।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
अपने काम से थके- हारे घर वापस
आते हैं तो, उनकी पत्नी प्यार से गले
लगने के बजाय, शिकायतों का
पिटारा खोल के बैठ जाती हैं।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जब उनसे दिल की बातें करने के लिए,
पत्नी वक़्त नहीं दिया करती।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जो पत्नी की ज़रा सी मोहब्बत
और तवज्जोह के लिए तरसा करते हैं,
और पत्नी मोहतरमा, बच्चों के
साथ अपनी खूबसूरत दुनिया में
उलझी होती है।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
उनकी पत्नी, उनसे मोहब्बत के बावजूद,
कभी अपनी मोहब्बत जताया नहीं करती।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनकी पत्नी खुशबू में लिपटी हुई नहीं
मिला करती, बल्कि मिलती हैं,
तरह- तरह के मसालों की महक में लिपटी हुई,
पसीने से सरोबार, बिखरे- बिखरे हुलये में।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनके साथ शाम की चाय पीने के लिए भी
पत्नी नहीं बैठा करती,
बल्कि उलझी रहती हैं घर की जिम्मेदारियों में।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनकी पत्नी भ्रम में जीती हैं कि
उन्होंने सारी जिम्मेदारियों को अच्छे से संभाला है,
और इसी गलत-फ़हमी में वो अपने
पति के मन की थाह नहीं ले पातीं,
और मारी जाती हैं अनजाने में।
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शायद ऐसे ही पुरुष पड़ जाया करते होंगे परस्त्री के प्रेम में,
या शायद वे उकता के चून लिया करते होंगे अपने पसंद की
स्त्री फ़िर से...... ....................
#ptni बेचारी को पता नहीं होता कि एक प्रौढ़ बच्चा भी उनकी उपेक्षा का शिकार हो रहा है अंजाने में, और खुद को तन्हा महसूस कर रहा है।
#bechari पत्नी तो बहुत खुश- फ़हमी में मुब्तला होती हैं कि उन्होंने सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है, पति महोदय के कंधों का आधा बोझ अपने सर ले लिया है, #afsos उन्हें क्या पता होता कि वो खुद को भुलावे में डाले हुए है। #purush बेचारा प्रौढ़ बच्चा बहुत तड़पने के बाद आख़िर रूठ जाता है।
#saaz #faza