होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनके गले बाँध दी जाती हैं,
जबरदस्ती नपसंदीदा स्त्री।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनका ब्याह कर दिया जाता है,
गँवार और अनपढ़ स्त्री से।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनकी पत्नी को नाज़-नखरे करना नहीं आता।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जो माँ- पा की ख़ुशियों के लिए,
समझौता कर लिया करते हैं अपने मन से,
और चुन लेते हैं उसे जो उनके दिल
को तनिक भी नहीं भा रही होती है।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
उनके बनाए सुंदरता के मापदंड
पे उनकी पत्नी नहीं उतरती हैं।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जब अपने काम से थके हारे
वापस घर आते हैं तो,
उनकी पत्नी उनके लिए,
मुस्कुराते हुए दरवाजा नहीं खोला करती।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
उनकी पत्नी उन्हें, उनके
मन मुताबिक सजी- संवरी नहीं मिलती।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
अपने काम से थके- हारे घर वापस
आते हैं तो, उनकी पत्नी प्यार से गले
लगने के बजाय, शिकायतों का
पिटारा खोल के बैठ जाती हैं।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जब उनसे दिल की बातें करने के लिए,
पत्नी...
जिनके गले बाँध दी जाती हैं,
जबरदस्ती नपसंदीदा स्त्री।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनका ब्याह कर दिया जाता है,
गँवार और अनपढ़ स्त्री से।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जिनकी पत्नी को नाज़-नखरे करना नहीं आता।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जो माँ- पा की ख़ुशियों के लिए,
समझौता कर लिया करते हैं अपने मन से,
और चुन लेते हैं उसे जो उनके दिल
को तनिक भी नहीं भा रही होती है।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
उनके बनाए सुंदरता के मापदंड
पे उनकी पत्नी नहीं उतरती हैं।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जब अपने काम से थके हारे
वापस घर आते हैं तो,
उनकी पत्नी उनके लिए,
मुस्कुराते हुए दरवाजा नहीं खोला करती।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
उनकी पत्नी उन्हें, उनके
मन मुताबिक सजी- संवरी नहीं मिलती।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
अपने काम से थके- हारे घर वापस
आते हैं तो, उनकी पत्नी प्यार से गले
लगने के बजाय, शिकायतों का
पिटारा खोल के बैठ जाती हैं।
होते हैं कुछ पुरुष ऐसे भी,
जब उनसे दिल की बातें करने के लिए,
पत्नी...