विपत्ति जब आती है
सच है, विपत्ति जब आती है,कायर को ही दहलाती है, सूरमा नही विचलित होते,क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, काँटों में राह बनाते हैं मुँह से न कभी उफ़ कहते हैं, संकट का चरण न गहते हैं,जो आ पड़ता सब सहते हैं, उद्योग-निरत नित रहते हैं,शूलों का मूल...