"दोस्तों का साथ"
वह भी तो दिन थे, घर में सजे हर पल थे।
बारवे मंजिल पे अपना घर था, फिर भी दूरी कम था।
समय का तो पता नही पर खुशि बेमिसाल था।
दोस्ती की इस दुनिया मे, बस इन्हीं लोगो का साथ था।।
#cafestories29
© cafestories29
बारवे मंजिल पे अपना घर था, फिर भी दूरी कम था।
समय का तो पता नही पर खुशि बेमिसाल था।
दोस्ती की इस दुनिया मे, बस इन्हीं लोगो का साथ था।।
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