एक आखिरी ख्वाहिश
जितनी बीमारियाँ है बदन पर रख दो
संगर्ष कई देखे उसे ज़ेहन पर रख दो
ज़िन्दगी जो कुछ...
संगर्ष कई देखे उसे ज़ेहन पर रख दो
ज़िन्दगी जो कुछ...