सोच और दुनिया
कभी सोचती हूं की
जमाना आसमान पर है
पर फिर भी कुछ तो ऐसा है
इस जमी पर
जिसने सबको संभाले रखा है।
आसपास देखू तो मंजर
कभी लगता है
की कुछ तो ऐसा है यहा
जिसने सबको एक बनाए रखा है
यूं तो कहने को सबकी सोच अलग है
पर भीतर से हर इंसान एक जैसा है
वो दया,वो भाव,वो गुस्सा और एक शांति।
जमाना आसमान पर है
पर फिर भी कुछ तो ऐसा है
इस जमी पर
जिसने सबको संभाले रखा है।
आसपास देखू तो मंजर
कभी लगता है
की कुछ तो ऐसा है यहा
जिसने सबको एक बनाए रखा है
यूं तो कहने को सबकी सोच अलग है
पर भीतर से हर इंसान एक जैसा है
वो दया,वो भाव,वो गुस्सा और एक शांति।