कितना अजीब है
कितना अजीब है,,,
सब जानकर भी अनजान हो जाना..
बिन नींद के सुनहरे ख्वाब में खो जाना।
कितना अजीब है,,,
प्रेम में मिलन को तरसते रह जाना..
जब मिले तो उससे...
सब जानकर भी अनजान हो जाना..
बिन नींद के सुनहरे ख्वाब में खो जाना।
कितना अजीब है,,,
प्रेम में मिलन को तरसते रह जाना..
जब मिले तो उससे...