तेरे रंग रूप पर लिखूं कविता ऐसी
तेरे रंग रूप पर लिखूं कविता ऐसी
तू बन जाए मेरी परियों जैसी
दिन भर तुझे देखता रहूं
इसी आस में बस खिड़की से झाकता रहूं
बस तुझे ही मै प्यार करु
जीवन भर तेरे साथ रहू
जो भी मंगे तू मन्नत से
वो खुवाईश तेरी
मै पूरी करू
तुझे जब भी...
तू बन जाए मेरी परियों जैसी
दिन भर तुझे देखता रहूं
इसी आस में बस खिड़की से झाकता रहूं
बस तुझे ही मै प्यार करु
जीवन भर तेरे साथ रहू
जो भी मंगे तू मन्नत से
वो खुवाईश तेरी
मै पूरी करू
तुझे जब भी...