...

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मुसाफिर
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
नहीं रोकने हैं ये कदम
आंधी आए, तूफ़ाँ आए या आए बरसात
चलते ही रहना है चाहे कोई ना दे साथ
रुकना नहीं है हमको
रास्ता लंबा है मगर चलते रहना है
मंज़िल पर पहुंच कर ही हमको तो बस रुकना है