परिवर्तन
परिवर्तन सृष्टि का आधारभूत नियम है
जो सदियों से काल संग चल रहा है
इसे कभी ठीक से समझा ही नहीं गया
मानव इसे बोझिल सा बस ढो रहा है
रवि रोज उगता शाम को ढलता है
कहाँ भला वो स्थिर रहता है
आती-जाती बारी-बारी सभी ऋतुयें ...
जो सदियों से काल संग चल रहा है
इसे कभी ठीक से समझा ही नहीं गया
मानव इसे बोझिल सा बस ढो रहा है
रवि रोज उगता शाम को ढलता है
कहाँ भला वो स्थिर रहता है
आती-जाती बारी-बारी सभी ऋतुयें ...