राफेल की परिचर्चा
राफ़ेल की परिचर्चा में वो चर्चा हमने भुला दिया ।
डाँट ग़रीबी को हमने भी भूखे तन ही सुला दिया ।
पेट के भीतर जलती रहती अंगारें अभिमान में ।
जैसे दिन भर अग्नि जलती रहती है शमशान में ।
हुई जीत कांग्रेस की चाहे गई बीजेपी हार ।
भात बिना भारत का देखो रुका रक्त संचार ।
हम क्या जाने योगी,मोदी,सोनिया मैडम कौन हैं ।
रोटी पर परिचर्चा करने वाले मंत्री मौन हैं ।
लाचारी का उसके नेता पुछ रहे थे ...
डाँट ग़रीबी को हमने भी भूखे तन ही सुला दिया ।
पेट के भीतर जलती रहती अंगारें अभिमान में ।
जैसे दिन भर अग्नि जलती रहती है शमशान में ।
हुई जीत कांग्रेस की चाहे गई बीजेपी हार ।
भात बिना भारत का देखो रुका रक्त संचार ।
हम क्या जाने योगी,मोदी,सोनिया मैडम कौन हैं ।
रोटी पर परिचर्चा करने वाले मंत्री मौन हैं ।
लाचारी का उसके नेता पुछ रहे थे ...