काश कहीं मिल जाए....
हाय जिंदगी, बाय जिंदगी,
कैसे कैसे रंग दिखलाए जिंदगी।
इक रुत आए, इक जाए जिंदगी,
फिर भी क्यों नहीं आए जिंदगी।
बस तेरी ही याद सताए जिंदगी,
बार बार मुझको रुलाए जिंदगी।
...
कैसे कैसे रंग दिखलाए जिंदगी।
इक रुत आए, इक जाए जिंदगी,
फिर भी क्यों नहीं आए जिंदगी।
बस तेरी ही याद सताए जिंदगी,
बार बार मुझको रुलाए जिंदगी।
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