मैं
अनंत का मुसाफ़िर हूं ,,
पीले पत्तों का बोध हूं ,
जली का अफसोस हूं,
अपना ही रोष हूं |
बीते पल पर खामोश...
पीले पत्तों का बोध हूं ,
जली का अफसोस हूं,
अपना ही रोष हूं |
बीते पल पर खामोश...