क्या है ,मजदूर !
मेरे पास में ही एक घर तोड़ने का काम चल रहा है।
एक नया घर बनाने के लिए।
मैं जो देख रहा हूं वह यह है कि मजदूरों में केवल पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं और उनके बच्चे भी हैं।
मैंने बच्चे क्यों कहा?
माता-पिता अपने बच्चों को घर पर नहीं छोड़ सकते।
यही माता-पिता की चिंता है।इसलिए वे उन्हें लाते हैं, ।
लेकिन बच्चे तो बच्चे हैं, जो देखेंगे वही खेलेंगे और सीखेंगे।
तो एक प्रकार से वो बच्चे भी आगे जाकर मजदूर होंगे।
वहीं अगर ,वे बच्चे अपने माता-पिता के साथ रहने के बजाय घर पर या स्कूल में ही रहे,तो यह अच्छा है।
वे वही सीखेगे, जो वह स्कूल में देखेगा।
खैर! फिर भी, मैं मानता हूं, वे बच्चे वहां खेल रहे हैं और अपने माता-पिता के साथ खुश हैं।
इससे बड़ी बात क्या हो सकती है? वो बच्चे आपस में खेल रहे हैं।
कभी-कभी उनके माता-पिता भी उनके...
एक नया घर बनाने के लिए।
मैं जो देख रहा हूं वह यह है कि मजदूरों में केवल पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं और उनके बच्चे भी हैं।
मैंने बच्चे क्यों कहा?
माता-पिता अपने बच्चों को घर पर नहीं छोड़ सकते।
यही माता-पिता की चिंता है।इसलिए वे उन्हें लाते हैं, ।
लेकिन बच्चे तो बच्चे हैं, जो देखेंगे वही खेलेंगे और सीखेंगे।
तो एक प्रकार से वो बच्चे भी आगे जाकर मजदूर होंगे।
वहीं अगर ,वे बच्चे अपने माता-पिता के साथ रहने के बजाय घर पर या स्कूल में ही रहे,तो यह अच्छा है।
वे वही सीखेगे, जो वह स्कूल में देखेगा।
खैर! फिर भी, मैं मानता हूं, वे बच्चे वहां खेल रहे हैं और अपने माता-पिता के साथ खुश हैं।
इससे बड़ी बात क्या हो सकती है? वो बच्चे आपस में खेल रहे हैं।
कभी-कभी उनके माता-पिता भी उनके...