तुम्हारे बाद का मौसम 🙂
हरिक क़िस्सा उछालेगा तुम्हारे बाद का मौसम
यक़ीनन मार डालेगा तुम्हारे बाद का मौसम
कभी सर्दी, कभी गर्मी, कभी वादे, कभी यादें
हमें रह-रह के जा-लेगा तुम्हारे बाद का मौसम
कभी पहरे बिठा कर क़ैद करदेगा हमें...
यक़ीनन मार डालेगा तुम्हारे बाद का मौसम
कभी सर्दी, कभी गर्मी, कभी वादे, कभी यादें
हमें रह-रह के जा-लेगा तुम्हारे बाद का मौसम
कभी पहरे बिठा कर क़ैद करदेगा हमें...