भोर गीत
चमक उठे जल कण भूतल पर
नभ में नई रश्मि छायी है।
कोहलाहल चहुओर खगों का
यह सुबह नई ऊर्जा लाई है।।
भर लो उड़ान अब पंख पसारो
भवरों...
नभ में नई रश्मि छायी है।
कोहलाहल चहुओर खगों का
यह सुबह नई ऊर्जा लाई है।।
भर लो उड़ान अब पंख पसारो
भवरों...