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rap ki kahani....ek luata insaf hu.
मेरी कहानी का मै एकलौता इंसाफ हूं।
जुर्म कोई नहीं बस झूठ के खिलाफ हूं।
नई आवाज हूं मै नया काम काज हूं।
जो ना झुकता वो नया समाज हूं।
बड़े किस्म चोचले है लोग यहां दोगले।
नाम में क्या रखा नाम यहां खोखले
कुछ नहीं करता मजा लेते लोग ये।
कुछ जो करता दगा करते लोग ये।
बड़ी अजीब ये हमारा समाज है।
कल तो नहीं पर दिखता सब आज है।
मेरी कहानी का मै एकलौता इंसाफ हूं।
जुर्म कोई नहीं बस झूठ के खिलाफ हूं।
© navneet chaubey
जुर्म कोई नहीं बस झूठ के खिलाफ हूं।
नई आवाज हूं मै नया काम काज हूं।
जो ना झुकता वो नया समाज हूं।
बड़े किस्म चोचले है लोग यहां दोगले।
नाम में क्या रखा नाम यहां खोखले
कुछ नहीं करता मजा लेते लोग ये।
कुछ जो करता दगा करते लोग ये।
बड़ी अजीब ये हमारा समाज है।
कल तो नहीं पर दिखता सब आज है।
मेरी कहानी का मै एकलौता इंसाफ हूं।
जुर्म कोई नहीं बस झूठ के खिलाफ हूं।
© navneet chaubey
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