ज़रुरी नहीं जो सोचो
ज़रुरी नहीं जो सोचो वही मामला हो जाएगा, अभी तो गिरह खुली है कैसे फैसला हो जाएगा,
न समझ, समझ से काम ले फैसला हकीकत से है
युंही फिर बाज़ी चला तो बहुत मसला हो जाएगा,
तू...
न समझ, समझ से काम ले फैसला हकीकत से है
युंही फिर बाज़ी चला तो बहुत मसला हो जाएगा,
तू...