खाली रस्ते
खाली रास्ते कितने अकेले लगते है ना
पर,क्या वो भी यही सोचते होंगे ,
उनपर से गुजरे कदमो की आहट
पैरो के निशान ,ये सबूत तो नही देते
क्या रास्ते बताते होंगे राही को
मंजिल की राह, पर क्या उन्हें
अपनी मंजिल का पता है
खैर वो तो सिर्फ रास्ते है, चलते चले जाते है
© Yash
पर,क्या वो भी यही सोचते होंगे ,
उनपर से गुजरे कदमो की आहट
पैरो के निशान ,ये सबूत तो नही देते
क्या रास्ते बताते होंगे राही को
मंजिल की राह, पर क्या उन्हें
अपनी मंजिल का पता है
खैर वो तो सिर्फ रास्ते है, चलते चले जाते है
© Yash