सब कुछ बदल गया
वक़्त बदला, हालात बदले और जज़्बात बदल गए,
वक़्त ने वक़्त पे आँखें खोली, सवालात बदल गए।।
बात हुई मिलने की तो न मिलने के बहाने मिले,
जब मिलने का दौर आया, मुलाक़ात बदल गए।।
जिनकी हर बात में होती थी कभी बात हमारी,
अब किसी ने नाम क्या लिया वो बात बदल गए।।
जानी कुछ यार थे अपने, जो भुल गए यारियाॅं,
गिरगिट हुए रंग बदलते अब औक़ात बदल गए।।
लोगों की फितरत है वक़्त वक़्त पर बदलना 'राज़' ,
ख़ुद को बदल क्या हुआ जो तेरे हालात बदल गए।।
©Bharat Rajpurohit✍
#WritcoQuote #frindship #Love&love ##अधूरा_इंसान #bharat_rawalwas #zindagi
© भरत 'राज़'
वक़्त ने वक़्त पे आँखें खोली, सवालात बदल गए।।
बात हुई मिलने की तो न मिलने के बहाने मिले,
जब मिलने का दौर आया, मुलाक़ात बदल गए।।
जिनकी हर बात में होती थी कभी बात हमारी,
अब किसी ने नाम क्या लिया वो बात बदल गए।।
जानी कुछ यार थे अपने, जो भुल गए यारियाॅं,
गिरगिट हुए रंग बदलते अब औक़ात बदल गए।।
लोगों की फितरत है वक़्त वक़्त पर बदलना 'राज़' ,
ख़ुद को बदल क्या हुआ जो तेरे हालात बदल गए।।
©Bharat Rajpurohit✍
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© भरत 'राज़'