तुम्हारी यादें....
कहाँ जाऊँ कि दूर - दूर तक अंधेरा है,
तेरी यादों ने मुझको हर तरफ़ से घेरा है,
मैं तो करता हूँ तुझसे इश्क़ मगर,
तूने नज़रों को आज मुझसे जैसे फेरा है ||
तूने दिल से निकाला है मुझको, ...
तेरी यादों ने मुझको हर तरफ़ से घेरा है,
मैं तो करता हूँ तुझसे इश्क़ मगर,
तूने नज़रों को आज मुझसे जैसे फेरा है ||
तूने दिल से निकाला है मुझको, ...