ek raat bat nikli...
बात बात में एक बात निकली,
उसी बात में फिर रात निकली,
सुरु हुई थी मौसमों से,
उनके केसुओ तक फिर बात निकली,
चांद भी जल रहा था उस रात...
उसी बात में फिर रात निकली,
सुरु हुई थी मौसमों से,
उनके केसुओ तक फिर बात निकली,
चांद भी जल रहा था उस रात...