ग़ज़ल
अगर दिल में थोड़ी सी भी जान होगी
ग़मे - ज़िंदगी फिर से मुस्कान होगी
सुनाना न उसको मेरा दर्द कोई
सुनेगी तो कितना परेशान होगी
उठाओ न पत्थर मेरे सर पे लोगो
मेरे सर से पहले वो...
ग़मे - ज़िंदगी फिर से मुस्कान होगी
सुनाना न उसको मेरा दर्द कोई
सुनेगी तो कितना परेशान होगी
उठाओ न पत्थर मेरे सर पे लोगो
मेरे सर से पहले वो...