तु है मेरी कविता
#विश्व_कविता_दिवस
हर भाव में तुम हो तुम्हीं हो मेरी कविता ।
दिन रात जपता रहता हूँ तु है मेरी कविता ॥
जब से देखा है तुमको चैन कहाँ नींद कहाँ ।
रूप तेरा रूप नहीं तेरे जैसा रूप और कहाँ ॥
नादानी...
हर भाव में तुम हो तुम्हीं हो मेरी कविता ।
दिन रात जपता रहता हूँ तु है मेरी कविता ॥
जब से देखा है तुमको चैन कहाँ नींद कहाँ ।
रूप तेरा रूप नहीं तेरे जैसा रूप और कहाँ ॥
नादानी...