तक़दीर का फ़साना
221 / 2122 / 221 /2122
जाके किसे सुनाए तकदीर का फसाना
उस साँप ने डसा है जिसको था मैंने पाला
दर दर भटक रहा हूँ मंज़िल न कोई मेरी
गर्दिश में आज मेरे तक़दीर का सितारा
माँझी न...
जाके किसे सुनाए तकदीर का फसाना
उस साँप ने डसा है जिसको था मैंने पाला
दर दर भटक रहा हूँ मंज़िल न कोई मेरी
गर्दिश में आज मेरे तक़दीर का सितारा
माँझी न...