मां...
आज बचपन की तस्वीर देख रही थी!
मां कही नजर नहीं आ रही थीं!
फिर एक नज़र उन पर पड़ी!
वो पगली तो मेरी ही नजर उतार रही थी!
भले मां के हिस्से में कुछ आये या ना आए पर मां सबके हिस्सों में शामिल रहती...
मां कही नजर नहीं आ रही थीं!
फिर एक नज़र उन पर पड़ी!
वो पगली तो मेरी ही नजर उतार रही थी!
भले मां के हिस्से में कुछ आये या ना आए पर मां सबके हिस्सों में शामिल रहती...