एकतरफा प्यार
सुनो! तुमसे कुछ पूछना है...क्या तुम वही हो?
जिसे देखने के बाद कुछ देखने का मन नहीं करता।
क्या तुम वही हो ?
जिसे सोचने के बाद कुछ सोचने का मन नहीं करता।
वो ख़्वाब जिसके आते ही नींद ऐसी आती है की जागने से नफ़रत सी होने लगती है।
वो सांस जिसे लेने के बाद पतझड़ भी सावन बन जाए।
वो चेहरा जिसे हर रात मैं अपने ख्यालों में निहारता हूं।
हां ! तुम वही हो
क्योंकि ये बातें कहते हुए मेरी आंखें मुझे सिर्फ तुम्हारा चेहरा दिखा रही हैं,
मानो मुझे आजतक इतना खूबसूरत कुछ दिखा ही न हो।
मेरा दिल...
मेरा दिल इतनी तेज धड़क रहा है...
जिसे देखने के बाद कुछ देखने का मन नहीं करता।
क्या तुम वही हो ?
जिसे सोचने के बाद कुछ सोचने का मन नहीं करता।
वो ख़्वाब जिसके आते ही नींद ऐसी आती है की जागने से नफ़रत सी होने लगती है।
वो सांस जिसे लेने के बाद पतझड़ भी सावन बन जाए।
वो चेहरा जिसे हर रात मैं अपने ख्यालों में निहारता हूं।
हां ! तुम वही हो
क्योंकि ये बातें कहते हुए मेरी आंखें मुझे सिर्फ तुम्हारा चेहरा दिखा रही हैं,
मानो मुझे आजतक इतना खूबसूरत कुछ दिखा ही न हो।
मेरा दिल...
मेरा दिल इतनी तेज धड़क रहा है...