रब की कायनात
कितना हसीन कुदरत का यह नजारा है
सर्दियों का मौसम भी कितना प्यारा है
ऐसा लगता है जैसे रुई की चादर बिछी हो जमीन पर
गिरती है जब बर्फ इस जमीन पर।
रब ने भी क्या अजीब कुदरत बनाई है।
दिलकश हसीन सारी खुदाई है
नीला आसमान बनाया उस पर सितारे बनाएं
जमीन पर भी रंग-बिरंगे फूल खिलाए।
गहरा समंदर बनाया और उसमें भी दुनिया बसाई
न जाने क्या छुपा है समंदर में अंदर दुनिया जान ना पाई
आसमान को...
सर्दियों का मौसम भी कितना प्यारा है
ऐसा लगता है जैसे रुई की चादर बिछी हो जमीन पर
गिरती है जब बर्फ इस जमीन पर।
रब ने भी क्या अजीब कुदरत बनाई है।
दिलकश हसीन सारी खुदाई है
नीला आसमान बनाया उस पर सितारे बनाएं
जमीन पर भी रंग-बिरंगे फूल खिलाए।
गहरा समंदर बनाया और उसमें भी दुनिया बसाई
न जाने क्या छुपा है समंदर में अंदर दुनिया जान ना पाई
आसमान को...