जिस दिन लिखना छोड़ दिया
जिस दिन लिखना छोड़ दिया,
समझो जीना छोड़ दिया।
नब्ज़ सा ही इस कलम का भी
चलना बहुत जरूरी है।
तक़दीर में...
समझो जीना छोड़ दिया।
नब्ज़ सा ही इस कलम का भी
चलना बहुत जरूरी है।
तक़दीर में...