न बिघड़ जाए।
हवाओं की सोहबत में बारिशें न बिगड़ जाए,
मैं बात कर भी लूं मगर फिर बात न बिगड़ जाए।
मसला हैं यह के तुझसे मोहब्बत करते हैं हम,
डर हैं सिर्फ़, इज़हार में हमारी यारी न बिगड़ जाए।
समंदर ने मिला लिया हैं हाथ कश्ती से...
मैं बात कर भी लूं मगर फिर बात न बिगड़ जाए।
मसला हैं यह के तुझसे मोहब्बत करते हैं हम,
डर हैं सिर्फ़, इज़हार में हमारी यारी न बिगड़ जाए।
समंदर ने मिला लिया हैं हाथ कश्ती से...