...

2 views

बारिश तेरा बिन मौसम आना
बारिश तेरा आना तो दुआ है ना
फिर ये बिन मौसम बरसात क्यों
वो सोंधी सी खुशबू जो तेरे आने पर आती है मुझे बहुत पसंद है
मगर तेरा बिन मौसम आना
तकलीफ दे रहा है अब
तु तो खुशियों का सौदागर है
तू कब से मौत का सौदागर हो गया
तेरी रिमझिम - रिमझिम बूंदों की धुन बड़ी मधुर लगती थी
पर अब वही रिमझिम बूंदों की धुन
कर्कश ध्वनि लग रही है
जिसे मैं अब और नहीं सुनना चाहती
तुम ही तो हो जो मुझे पसंद हो
क्योंकि तुम सब को सिर्फ खुशियां देते हो
मुझे गर्व होता है जब हर प्राणी तूझे दिल से गले लगाता है
पर अब बहुत तकलीफ़ होता हैं
तेरे बिन मौसम आने से उन्हीं के
नजरों में तेरे लिए नफ़रत देख कर
मैं तुम्हें पसंद करती हूं
क्योंकि तुम सृजन करता हो
तुम तो धरती की प्यास बुझाने वाले हो
तुम कब से मनुष्यों के तरह मतलबी
और पत्थर दिल हो गये
मैं तेरे गर्जना को तेरा साहस और शक्ति समझती थी
मगर आज मुझे तेरी गर्जना
सिर्फ तेरे झूठे शान और अहंकार का प्रदर्शन लग रहा है
माफ़ कर पर तेरा बिन मौसम आना
मुझे तकलीफ दे रहा है
सुन तेरे से ज्यादा तो मैं मतलबी निकलीं
जो तेरे आने के ख़ुशी में
मैंने किसानों के आंसू नहीं देखें
आज तू मुझे राम नहीं
सिर्फ और सिर्फ अहंकारी रावण लग रहा है
बरसात अब तेरा बिन मौसम आना तकलीफ दे रहा है

© freedom