प्यार की उड़ान
प्यार ने उड़ना सीखा,
बिना पर खुद के फैलाए,
दूजे का सहारा लेके ही
बस बिना नजर उठाए,
चलते चलते अचानक,
अपनी सपनो की दुनिया में
धुंधला सा कोहरा पाए,
उसमे इसको सब नजर आए,
बस अभी वाला साथ ही नजर
ना आ पाए,
आंखे खोली,खुद के पर फैलाए,
वो सहारा उसे घने अंधेरे में ले जा रहा था,
उसने खुद के आत्मविश्वास के
दीप जलाए,अब वो प्यार अकेले
भी हंसता मुस्कुराता उड़ता जाए,
© चांद
बिना पर खुद के फैलाए,
दूजे का सहारा लेके ही
बस बिना नजर उठाए,
चलते चलते अचानक,
अपनी सपनो की दुनिया में
धुंधला सा कोहरा पाए,
उसमे इसको सब नजर आए,
बस अभी वाला साथ ही नजर
ना आ पाए,
आंखे खोली,खुद के पर फैलाए,
वो सहारा उसे घने अंधेरे में ले जा रहा था,
उसने खुद के आत्मविश्वास के
दीप जलाए,अब वो प्यार अकेले
भी हंसता मुस्कुराता उड़ता जाए,
© चांद