शहर!!
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
मैं हूँ बहका बहका
भीग रहा हूँ प्रेम में तेरे
मैं हूँ चहका चहका
गली गली है तेरी खुशबू
मन को छूकर जाए
पागल सी ये मुझको कर दे
मुझे बहुत तड़पाये
विरहा की पीड़ा में जलती
मैं और ये तन्हाई
नीद प्यास मेरी ये उड़ाए
जबसे हम तेरे शहर में आए
हम अच्छे थे गाँव में...
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
मैं हूँ बहका बहका
भीग रहा हूँ प्रेम में तेरे
मैं हूँ चहका चहका
गली गली है तेरी खुशबू
मन को छूकर जाए
पागल सी ये मुझको कर दे
मुझे बहुत तड़पाये
विरहा की पीड़ा में जलती
मैं और ये तन्हाई
नीद प्यास मेरी ये उड़ाए
जबसे हम तेरे शहर में आए
हम अच्छे थे गाँव में...